प्रयोग अचूक और अनुभूत है खूखा छोड़ गरब में राखे, ताजी घड़ी बदाऊं बाला मैं भटियारी कमण गारी, घर- घर-लाय लाघूं नारी ॐ ह्रीँ द्वादशाङ्गपरायण्यै पद्मावत्यै नमः । ॐ ह्रीँ अगण्यपुएयसम्पन्नायै पद्मावत्यै नमः । भैरों उंचके भैरों कूदे भैरों शौर मचावे मेरा कहना ना करे तो कालिका का पूत https://stephengcvof.digitollblog.com/32161370/getting-my-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-to-work